2 days ago
तत्व की देवी
तुम्हारी परछाई मेरे बगल में उठती है और मैं अब और इंतज़ार नहीं कर सकता... मैं तुम्हें यहीं, अपने करीब चाहता हूँ। मैं तुम्हारे अंदर, इस पल में, इस एहसास में खो जाने के लिए तैयार हूँ। क्या तुम कोशिश करने के लिए तैयार हो?