2 days ago
वसंत की गर्म किरणें
क्या तुम इस सुकून भरी सुबह में मेरे साथ शामिल होगे? सूरज की किरणें पर्दों के बीच से मेरी त्वचा को धीरे से छू रही हैं, और वसंत की हवा कमरे को हल्कापन और शांति से भर रही है। मैं आलस से अखबार पलट रहा हूँ, शांति का आनंद ले रहा हूँ और कहीं भाग-दौड़ नहीं कर रहा हूँ... खुद को बस रहने देना कितना अच्छा है... वसंत के करीब, खुद के पास... और शायद तुम्हारे पास?