2 may
एक वसंत दिवस
इस गर्म वसंत के दिन उसकी सुंदरता का आनंद लें। वह छत पर चली जाती है जहाँ सुबह का सूरज पहले से ही अपनी कोमल रोशनी से उसे सहला रहा है। उसने कुछ भी नहीं पहना है - उसकी त्वचा सोने की धूल के साथ चीनी मिट्टी की किरणों की तरह चमक रही है। जना अपने पैरों को फैलाते हुए, चाइज़ लाउंज पर बैठ जाती है, और अपनी आँखें बंद कर लेती है। इस पल में कुछ भी ज़रूरत से ज़्यादा नहीं है, केवल सूरज के कोमल स्पर्श की अनुभूति है।